पंजाब के अमृतसर जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की जान चली गई और कम से कम 6 अन्य लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। यह हादसा मजीठा क्षेत्र के मड़ई गांव और उसके आस-पास के इलाकों में हुआ, जिसने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है।
एसएसपी अमृतसर (ग्रामीण) मनिंदर सिंह ने पुष्टि की है कि इस घटना में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे इलाके में जांच अभियान तेज कर दिया गया है। शराब के नमूनों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है और संदिग्ध शराब सप्लायर्स को चिन्हित किया जा रहा है।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि पीड़ितों ने स्थानीय स्तर पर सप्लाई की गई सस्ती और अवैध शराब का सेवन किया था, जिसमें जहरीले रसायन मिले हो सकते हैं। सरकार ने घटना को गंभीरता से लेते हुए नकली शराब के नेटवर्क की गहराई से जांच के निर्देश दिए हैं।
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और आबकारी विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। पंजाब सरकार ने दोषियों को जल्द पकड़ने और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। साथ ही पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा भी हो सकती है।
6 लोग जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है, उन्हें अमृतसर सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों की एक विशेष टीम इनका इलाज कर रही है। वहीं, मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
इस दर्दनाक घटना के बाद स्थानीय नागरिकों में भारी नाराजगी है। लोगों का आरोप है कि शराब माफियाओं को प्रशासन की मिलीभगत से संरक्षण मिल रहा था। उन्होंने मांग की है कि दोषी अधिकारियों और सप्लायरों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
अमृतसर में जहरीली शराब से हुई यह त्रासदी एक बार फिर नकली शराब के काले कारोबार पर सवाल खड़े कर रही है। यह घटना सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि सिस्टम की विफलता की एक बड़ी मिसाल है। अब देखना यह है कि सरकार इस बार वाकई कड़े कदम उठाती है या फिर ये मामला भी पुराने केसों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा।अगर आप चाहें तो इस लेख को ब्लॉग, न्यूज़ पोर्टल या सोशल मीडिया कैप्शन में रूपांतरित भी किया जा सकता है। बताइए मैं आपकी कैसे मदद कर सकता हूँ?