राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने पंचायत चुनाव से पहले मुर्शिदाबाद जिले के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने डोमकल, खारग्राम, नवग्राम और बेलडांगा जैसे स्थानों का निरीक्षण किया, जहां राजनीतिक दलों के बीच झड़पों की सूचना मिली थी । इस दौरान, उन्होंने हिंसा की घटनाओं को गंभीरता से लिया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया ।
राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम भी प्रभावित क्षेत्रों में पहुंची और हिंसा की शिकार महिलाओं से मुलाकात की। आयोग ने पीड़ितों को मानसिक और कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय किया। इस पहल से महिलाओं को न्याय की उम्मीद जगी है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस की सुरक्षा बढ़ाते हुए उन्हें Z+ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। यह निर्णय खुफिया विभाग की रिपोर्ट के आधार पर लिया गया, जिसमें राज्यपाल को संभावित खतरे का आकलन किया गया था ।
राज्यपाल बोस ने हिंसा की घटनाओं को "खून की नदियां" और "गांवों में मौत का नृत्य" करार दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं लोकतंत्र के लिए खतरा हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।
राज्यपाल ने चुनाव परिणामों के बाद की हिंसा से निपटने के लिए 'जन मंच' नामक हेल्पलाइन शुरू की है। इस हेल्पलाइन के माध्यम से लोग अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं और त्वरित सहायता प्राप्त कर सकते हैं ।