बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में हाल ही में हुई भगदड़ ने पूरे क्रिकेट प्रेमियों को झकझोर कर रख दिया है। इस दर्दनाक घटना में 11 लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। यह घटना IPL के प्रमोशनल इवेंट के दौरान हुई, जिसमें भारी भीड़ जमा हो गई थी। इस हादसे ने BCCI (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) की नींद उड़ा दी है और अब बोर्ड मामले की गंभीरता को समझते हुए कड़े कदम उठाने की तैयारी कर रहा है।]
भगदड़ वाली घटना के दिन करीब 2.5 लाख लोग स्टेडियम और आसपास के इलाके में मौजूद थे। इतनी विशाल भीड़ का प्रबंधन बिना सख्त नियम और पर्याप्त व्यवस्था के करना बेहद मुश्किल था। आयोजकों की ओर से उचित भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा प्रबंधों की कमी ने इस भयावह घटना को जन्म दिया। इस पूरे मामले में RCB की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि यह टीम ही इस आयोजन की मेजबानी कर रही थी।
इस गंभीर परिस्थिति को देखते हुए BCCI की 28वीं एपेक्स काउंसिल मीटिंग बुलाई गई है, जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक का फोकस विशेष रूप से बेंगलुरु स्टेडियम भगदड़ और आईपीएल मैचों के दौरान भीड़ नियंत्रण के कड़े नियमों पर होगा। साथ ही, इस मीटिंग में निम्न मुद्दे भी शामिल होंगे:
RCB की जवाबदेही तय करना और आवश्यक कार्रवाई करनाआईपीएल और अन्य क्रिकेट इवेंट्स में सुरक्षा प्रोटोकॉल को सख्त बनानाखिलाड़ियों की उम्र सत्यापन के लिए नई पद्धतियों को लागू करनाआगामी भारत-न्यूजीलैंड सीरीज के लिए सुरक्षा उपायों की समीक्षातेलंगाना में क्रिकेट फंड के दुरुपयोग के मामले की जांच
यह घटना साबित करती है कि भारी संख्या में दर्शकों को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी भीड़ प्रबंधन रणनीतियों का होना आवश्यक है। टिकटिंग प्रक्रिया, प्रवेश द्वार पर स्कैनिंग, भीड़ के लिए निर्धारित सीमित क्षेत्र, सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाना आदि ऐसे कदम हैं जो भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा सकते हैं।
BCCI अब इस मामले की गहनता से जांच करेगा कि क्या RCB और अन्य आयोजकों ने सुरक्षा मानकों का पालन किया था या नहीं। अगर कोई चूक पाई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड ने साफ कर दिया है कि खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों की सुरक्षा को सर्वोपरि माना जाएगा।