कोरोना वायरस यानी कोविड-19 ने 2020 के बाद से दुनिया को झकझोर कर रख दिया था। इस महामारी ने वैश्विक स्तर पर भारी तबाही मचाई और हजारों जानें चली गईं। अब एक बार फिर कोविड-19 का एक नया वैरिएंट — JN.1 — चर्चा में है।
यह वैरिएंट ओमिक्रॉन परिवार से संबंधित है और पुराने BA.2.86 वेरिएंट (पिरोला) से विकसित हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह वेरिएंट तेजी से फैलने की क्षमता रखता है, हालांकि अब तक गंभीर मामलों में ज्यादा इज़ाफा नहीं देखा गया है।

- सिंगापुर में केवल एक हफ्ते में 14,200 नए मामले सामने आए, जो पिछली बार के 11,100 से कहीं अधिक हैं।
- हालांकि अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में बड़ा उछाल नहीं देखा गया है, लेकिन बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए यह खतरा बढ़ा सकता है।
- यह एक सबवेरिएंट है जो मौजूदा ओमिक्रॉन स्ट्रेन से उत्पन्न हुआ है।
- इसमें संक्रमण फैलाने की दर अधिक हो सकती है, लेकिन अब तक यह बहुत अधिक घातक नहीं दिखा है।
- लक्षण आमतौर पर हल्के हैं — जैसे बुखार, खांसी, गले में खराश, लेकिन यह कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है।

- भारत सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट मोड में काम शुरू कर दिया है।
- विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि लोग मास्क पहनें, हाथ धोते रहें और भीड़ से बचें।
- जिन लोगों ने बूस्टर डोज़ नहीं ली, उन्हें टीकाकरण करवाने की सिफारिश की जा रही है।