अगर हड्डियों से चलने-फिरने या उठने-बैठने पर आवाज़ें (क्रैकिंग साउंड) आती हैं, तो ये संकेत हो सकता है कि आपकी हड्डियां कमजोर हो रही हैं या उनमें कैल्शियम की कमी है। धीरे-धीरे ये समस्या जोड़ों में दर्द, जकड़न या ऑस्टियोपोरोसिस का रूप ले सकती है।
कैल्शियम हमारे शरीर की हड्डियों और दांतों का प्रमुख घटक है।
इसकी कमी से हड्डियां अंदर से खोखली हो जाती हैं।
सिर्फ दवाइयां ही नहीं, सही खानपान से भी यह कमी दूर की जा सकती है।
यहां तीन ऐसे फल बताए जा रहे हैं जिन्हें नियमित डाइट में शामिल करने से हड्डियों को ताकत मिल सकती है:
अनानास में विटामिन C और थोड़ी मात्रा में कैल्शियम होता है।
ये कोलेजन उत्पादन को बढ़ाता है, जो हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है।
हफ्ते में 2-3 बार अनानास खाना फायदेमंद है, लेकिन इसे रोजाना न खाएं।
कीवी में विटामिन C, कैल्शियम, और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर होते हैं।
ये हड्डियों के साथ-साथ इम्युन सिस्टम को भी बेहतर बनाता है।
रोजाना 1 कीवी खाने से हड्डियों की सेहत सुधर सकती है।
केला पोटैशियम और कैल्शियम का अच्छा स्रोत है।
यह हड्डियों की मजबूती के साथ-साथ मांसपेशियों की कार्यक्षमता को भी बढ़ाता है।
नाश्ते या स्मूदी में केला शामिल करना एक आसान और हेल्दी विकल्प है।
अगर आप दवाओं के साथ-साथ प्राकृतिक तरीकों से हड्डियों की कमजोरी से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो इन फलों को अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करें।
इनके सेवन से न केवल कैल्शियम लेवल बेहतर होगा, बल्कि आपकी हड्डियों से कट-कट की आवाज भी धीरे-धीरे कम हो सकती है।