टीम इंडिया के नए हेड कोच गौतम गंभीर ने इंग्लैंड दौरे से पहले एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने न केवल आगामी टेस्ट सीरीज पर बात की बल्कि हाल ही में हुए बेंगलुरु हादसे को लेकर भी कड़ा और जिम्मेदाराना बयान दिया।
गंभीर ने दो टूक कहा कि अगर कोई आयोजनकर्ता, चाहे वह कोई फ्रेंचाइज़ी हो या संस्था, भीड़ को नियंत्रित नहीं कर सकता, तो ऐसे रोड शो या समारोह की कोई जरूरत नहीं है।
4 जून 2025 को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर, आईपीएल 2025 के बाद RCB की ओर से आयोजित विक्ट्री परेड के दौरान भारी भीड़ उमड़ी। अव्यवस्थित व्यवस्था और सुरक्षा की कमी के चलते भगदड़ मच गई, जिसमें कुछ लोगों की जान चली गई और कई घायल हुए।
इस हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। सोशल मीडिया पर फ्रेंचाइज़ी और आयोजकों की भारी आलोचना हुई। इसी मुद्दे पर जब गौतम गंभीर से सवाल किया गया, तो उन्होंने बेहद स्पष्ट और गंभीर प्रतिक्रिया दी।
गंभीर ने यह भी कहा कि फैंस क्रिकेट से भावनात्मक रूप से जुड़े होते हैं, इसलिए किसी भी आयोजन में उनकी सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए। उन्होंने आगे जोड़ा:
प्रेस कॉन्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य था – आगामी इंग्लैंड दौरे पर चर्चा करना, जहां भारत और इंग्लैंड के बीच 20 जून से 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जाएगी। गंभीर ने कहा कि टीम पूरी तरह से रेड-बॉल क्रिकेट के लिए तैयार है और खिलाड़ियों ने आईपीएल से निकलकर अब फोकस पूरी तरह टेस्ट क्रिकेट पर शिफ्ट कर लिया है।
शुभमन गिल, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा, और यशस्वी जायसवाल जैसे खिलाड़ी कोर टीम का हिस्सा हैं।गंभीर ने कहा कि "हमारे पास अनुभव और युवा जोश का सही मिश्रण है। हमें सिर्फ अपनी प्रक्रिया पर भरोसा रखना है।"
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस केवल इंग्लैंड दौरे के बारे में नहीं थी, बल्कि यह दिखाती है कि गौतम गंभीर कोच के रूप में कितने जिम्मेदार और स्पष्टवादी हैं। वे सिर्फ खेल की बात नहीं करते, बल्कि उससे जुड़े सामाजिक और नैतिक पहलुओं पर भी मुखर होकर बोलते हैं।