भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट्स (0.50%) की कटौती की है। यह फैसला मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee - MPC) की ताजा बैठक में लिया गया। मौजूदा आर्थिक हालातों को ध्यान में रखते हुए यह कदम देश में लोन धारकों को राहत देने के उद्देश्य से उठाया गया है। इसका सीधा फायदा आम जनता, खासतौर पर होम लोन लेने वालों को होगा।
रेपो रेट वह ब्याज दर होती है जिस पर आरबीआई बैंकों को लोन देता है। जब यह दर घटती है, तो बैंक भी अपने ग्राहकों को सस्ता लोन देना शुरू करते हैं। इस फैसले के बाद बैंक जल्द ही अपने फ्लोटिंग रेट लोन पर ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं, जिससे होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन लेने वालों की EMI में सीधी राहत मिलेगी।
रेपो रेट में 0.50% की कमी के बाद अब होम लोन पर औसतन ब्याज दर 8.5% से घटकर 8.0% मानी जा रही है। नीचे दिए गए उदाहरणों से समझते हैं कि इससे आपकी EMI पर कितना असर पड़ेगा:
पुराना ब्याज दर: 8.5%
नई ब्याज दर: 8.0%
पहले की EMI: ₹17,356
नई EMI: ₹16,729
बचत: ₹627 प्रति माह
सालाना बचत: ₹7,524
पुराना ब्याज दर: 8.5%
नई ब्याज दर: 8.0%
पहले की EMI: ₹43,390
नई EMI: ₹41,822
बचत: ₹1,568 प्रति माह
फ्लोटिंग रेट वाले लोन धारकों कोनए होम लोन लेने वालों कोरीफाइनेंस (बैलेंस ट्रांसफर) करने वालों को
फिक्स्ड रेट होम लोन वाले ग्राहकों को, क्योंकि उनकी ब्याज दर तय होती है।
रेपो रेट में कटौती के साथ, रियल एस्टेट सेक्टर में भी ग्राहकों के लिए बेहतरीन ऑफर्स चल रहे हैं। ऐसे में यह समय घर खरीदने या होम लोन ट्रांसफर करने के लिए फायदेमंद हो सकता है।RBI का यह कदम साफ तौर पर उपभोक्ताओं को राहत देने के उद्देश्य से लिया गया है। अगर आपने 20, 30 या 50 लाख रुपये तक का होम लोन लिया है, तो आपकी EMI में हर महीने ₹600 से लेकर ₹1,500 तक की कटौती हो सकती है। यह न सिर्फ जेब पर बोझ कम करेगा, बल्कि खर्चों को भी मैनेज करने में मदद करेगा।