बॉलीवुड इंडस्ट्री में जब भी स्टार पॉवर की बात होती है, तो एक ही नाम बार-बार चर्चा में आते हैं — शाहरुख खान, सलमान खान और आमिर खान। ये तीनों बीते तीन दशकों से भारतीय सिनेमा पर छाए हुए हैं। चाहे बॉक्स ऑफिस कलेक्शन हो या फैन्स का प्यार, इनका वर्चस्व अब भी कायम है।
हाल ही में एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में राज शमानी से बातचीत के दौरान आमिर खान से जब यह सवाल पूछा गया कि आख़िर क्यों हमेशा सिर्फ तीन खान की ही चर्चा होती है, तो उन्होंने इस विषय पर बड़े सहज लेकिन विचारशील अंदाज में अपनी बात रखी।
आमिर ने कहा कि, “मुझे कभी-कभी थोड़ा अजीब लगता है जब सिर्फ हम तीनों की ही बात होती है। इंडस्ट्री में और भी बहुत से टैलेंटेड कलाकार हैं जो बेहतरीन काम कर रहे हैं। मैं उनके काम की भी सराहना करता हूं।”उन्होंने आगे जोड़ा, "यह जरूरी नहीं कि चर्चाओं में सिर्फ खान ही रहें। हां, हमारी फिल्मों का प्रभाव रहा है, लेकिन बाकी एक्टर्स और क्रिएटिव लोगों का योगदान भी कम नहीं है।"
शाहरुख खान ने रोमांस को नई परिभाषा दी और दुनियाभर में फैन बेस बनाया।
सलमान खान ने एक्शन, स्टाइल और मसीहा की इमेज से अपनी अलग पहचान बनाई।
आमिर खान ने हमेशा कंटेंट, परफॉर्मेंस और परफेक्शन को प्राथमिकता दी — चाहे वह लगान, दंगल हो या 3 इडियट्स।
तीनों ने अलग-अलग शैलियों और दर्शक वर्गों को प्रभावित किया है, और शायद इसी वजह से वे आज भी चर्चा के केंद्र में रहते हैं।
आमिर खान ने इस बातचीत के दौरान ये भी साफ किया कि वह केवल सराहना पाने में विश्वास नहीं रखते, बल्कि वह चाहते हैं कि इंडस्ट्री में हर कलाकार को उसका सम्मान और ध्यान मिले, जो वह डिजर्व करता है।
बॉलीवुड में तीनों खान — शाहरुख, सलमान और आमिर — ने जो स्थायी छाप छोड़ी है, वह उन्हें आम चर्चा का हिस्सा बनाती है। लेकिन आमिर खान का यह बयान यह दिखाता है कि वह न केवल एक बड़े अभिनेता हैं, बल्कि सोचने वाले कलाकार भी हैं, जो इंडस्ट्री में समावेश और विविधता को महत्व देते हैं।