भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पीओके में आतंक के ठिकानों पर एक सटीक और निर्णायक सैन्य अभियान चलाया, जिसमें नौ बड़े ठिकानों को निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया गया। इस कार्रवाई के बाद सीजफायर की घोषणा हुई, लेकिन इससे पहले भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना की कार्यक्षमता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
भारतीय सशस्त्र बलों ने जिन स्थानों पर हमला किया उनमें मुरिदके, कोटली, महमून जोया, भिंबर, सरजाल, सवाई नाला जैसे इलाके शामिल हैं। सैटेलाइट इमेज से स्पष्ट हुआ है कि भारत की मिसाइलें लक्ष्य को बिल्कुल सटीकता से भेद
भारत सरकार ने लश्कर के मारे गए आतंकियों के अंतिम संस्कार में शामिल पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों के नाम सार्वजनिक किए हैं। इनमें लाहौर की IV कॉर्प्स के ले. जनरल फैयाज हुसैन शाह, 11वीं इन्फैंट्री डिवीजन के मेजर जनरल राव इमरान सरताज, और अन्य अधिकारी शामिल थे। ये तस्वीरें भारत द्वारा जारी की गईं और इससे साबित होता है कि पाकिस्तान खुद आतंकियों के साथ खड़ा था।
इस अभियान ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को नष्ट नहीं किया, बल्कि पाकिस्तानी सेना की रणनीतिक कमजोरियों को भी उजागर किया है। इस पूरी कार्रवाई ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत की सैन्य शक्ति और खुफिया तंत्र कितने सक्षम और जागरूक हैं।