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Kidney failure symptoms: समय रहते पहचानें और बचाव करें

Jyoti
Jyoti  @jy0384748
Created At - 2025-03-21

किडनी फेलियर: शुरुआती लक्षण, कारण और बचाव के तरीके

किडनी फेलियर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें किडनी अपने कार्यों को सही ढंग से करने में असमर्थ हो जाती हैं। किडनी न केवल रक्त से विषाक्त पदार्थों और अतिरिक्त तरल पदार्थ को निकालने में मदद करती हैं, बल्कि पानी को फ़िल्टर करने, इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी अहम भूमिका निभाती हैं। जब किडनी ठीक से काम नहीं करती, तो शरीर में गंदगी और पानी जमा होने लगता है, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

एक्यूट और क्रोनिक किडनी फेलियर

  • एक्यूट किडनी फेलियर: यह अचानक विकसित होता है और तुरंत इलाज की आवश्यकता होती है।
  • क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD): यह धीरे-धीरे बढ़ता है और समय के साथ किडनी की कार्यक्षमता कम होती जाती है।

शुरुआती चेतावनी संकेतों को पहचानना बेहद जरूरी है क्योंकि समय पर इलाज से बीमारी की प्रगति को धीमा किया जा सकता है और जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।


किडनी फेलियर के शुरुआती लक्षण

1. एनीमिया और अत्यधिक थकान

जब किडनी सही तरीके से विषाक्त पदार्थों को फ़िल्टर नहीं कर पाती, तो यह एनीमिया (शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी) का कारण बन सकती है। इससे लगातार थकान, कमजोरी और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती है।

2. रात में बार-बार पेशाब आना

अगर आपको सामान्य से अधिक बार पेशाब करने की जरूरत महसूस होती है, खासकर रात में, तो यह किडनी की किसी समस्या का संकेत हो सकता है।

3. अत्यधिक प्यास लगना

किडनी खराब होने पर शरीर में पानी का संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे रात में बार-बार प्यास लग सकती है।

4. पेशाब के दौरान दर्द और जलन

किडनी की खराबी से मूत्र मार्ग में संक्रमण (UTI) या सूजन हो सकती है, जिससे पेशाब के दौरान दर्द या जलन महसूस हो सकती है।

5. पेशाब में खून आना

अगर पेशाब में खून दिखे, तो यह किडनी के संक्रमण, पथरी या किसी अन्य गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

6. शरीर में सूजन

जब किडनी ठीक से काम नहीं करती, तो शरीर में पानी जमा होने लगता है, जिससे चेहरे, पैरों और टखनों में सूजन आ सकती है।

7. नींद की समस्या और बार-बार जागना

किडनी सही तरीके से विषाक्त पदार्थों को बाहर नहीं निकाल पाती, जिससे शरीर में टॉक्सिन बढ़ने लगते हैं और नींद में खलल पड़ता है।


कैसे करें किडनी की देखभाल?

  1. पर्याप्त पानी पिएं (दिन में 8-10 गिलास)।

  2. नमक और प्रोसेस्ड फूड से बचें ताकि किडनी पर दबाव न पड़े।

  3. ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल को नियंत्रित करें।

  4. नियमित व्यायाम करें और हेल्दी डाइट अपनाएं।

  5. धूम्रपान और शराब का सेवन न करें।

  6. समय-समय पर किडनी फंक्शन की जांच करवाएं।

अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर इलाज से किडनी फेलियर के खतरे को कम किया जा सकता है।

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