मातृत्व का सफर हर महिला के लिए बेहद खास होता है। जब कोई महिला पहली बार मां बनती है, तो यह एक अनोखा और भावनात्मक अनुभव होता है। इस फेज़ में जहां भावनात्मक रूप से बहुत कुछ बदलता है, वहीं शारीरिक रूप से भी शरीर को खास देखभाल की ज़रूरत होती है।
प्रेग्नेंसी और डिलीवरी के बाद महिलाओं की भूख और खानपान की आदतों में काफी परिवर्तन आता है। कई बार अधिक भूख लगने की वजह से नई माताएं बिना सोचे-समझे जो भी खाने को मिलता है, वही खा लेती हैं, जो कि उनके और शिशु के स्वास्थ्य के लिए सही नहीं होता।
अगर आप स्तनपान करवा रही हैं तो आपको ज्यादा मात्रा में पानी पीने की जरूरत है। हाइड्रेटेड रहना न सिर्फ आपके शरीर के लिए बल्कि दूध बनाने की प्रक्रिया के लिए भी बेहद जरूरी है। डिहाइड्रेशन से थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है।
नवमाताओं को चाहिए कि वे ताजे फल, ड्राई फ्रूट्स, प्रोटीन से भरपूर स्नैक्स और हरी सब्ज़ियों का सेवन करें। जंक फूड से परहेज करें क्योंकि यह शरीर को थका सकता है और दूध की गुणवत्ता को भी प्रभावित कर सकता है।
डिलीवरी के बाद आयरन और कैल्शियम की कमी आम बात है। ऐसे में इनसे भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे दूध, दही, हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, दालें और अनाज को अपने डाइट में शामिल करें।
पहली बार मां बनने का अनुभव बेहद खास होता है, लेकिन इस दौरान सही पोषण और खानपान का ध्यान रखना उतना ही ज़रूरी है। हेल्दी डाइट न सिर्फ आपको मजबूत बनाएगी, बल्कि शिशु के बेहतर विकास में भी मदद करेगी।