भारत ने मंगलवार रात पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी अड्डों को निशाना बनाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। यह कार्रवाई पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब थी, जिसमें कई भारतीय जवान शहीद हो गए थे।
भारतीय मिसाइल हमले में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के परिवार के कम से कम 10 सदस्य मारे गए। इसमें उसकी बहन और बहनोई, भतीजा व भतीजे की पत्नी, और अन्य करीबी रिश्तेदार शामिल हैं।
हमले का सबसे बड़ा असर बहावलपुर की उस मस्जिद पर पड़ा, जिसे आतंकियों ने अड्डा बना रखा था।
बीबीसी वेरीफाई द्वारा जाँच किए गए वीडियो में यह स्पष्ट हुआ कि जिस मस्जिद में आतंकी छिपे थे, उसे हमले में पूरी तरह तबाह कर दिया गया। मिसाइल स्ट्राइक से मस्जिद के चारों ओर भारी मलबा फैल गया और दर्जनों शव निकाले गए।
जैश-ए-मोहम्मद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस हमले की आधिकारिक पुष्टि की है। संगठन ने स्वीकार किया कि उसके कई सीनियर सदस्य और मसूद अजहर के रिश्तेदार मारे गए हैं। मसूद अजहर ने एक ऑडियो बयान में अपने परिवार के मारे जाने पर शोक व्यक्त किया।
हमले के बाद बहावलपुर में भारी मातम देखा गया। वहां शोक में डूबे लोग रातभर शवयात्राएं निकालते रहे। स्थानीय लोग चौंकाए गए हैं कि भारत ने इतनी सटीक और गहरी सर्जिकल स्ट्राइक कैसे की।
मसूद अजहर 1999 में कंधार विमान अपहरण के बाद भारत की जेल से रिहा हुआ था और इसके तुरंत बाद उसने जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना की। भारत ने 2001 में संसद पर हमले, 2016 में पठानकोट, और 2019 में पुलवामा हमले के लिए इसी संगठन को जिम्मेदार ठहराया था।
'ऑपरेशन सिंदूर' भारत की आतंकवाद के खिलाफ नई रणनीति का परिचायक है। यह स्पष्ट संदेश है कि भारत अब आतंकी हमलों का जवाब सीमाओं के पार जाकर देगा। मसूद अजहर पर यह हमला न सिर्फ उसकी व्यक्तिगत क्षति है, बल्कि जैश-ए-मोहम्मद की कमर तोड़ने वाली कार्रवाई है।