कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी इस समय बिहार दौरे पर हैं, लेकिन इस यात्रा के दौरान वे कानूनी विवादों में घिर गए हैं। बिहार के दरभंगा जिले में राहुल गांधी के खिलाफ दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं। आरोप है कि उन्होंने प्रशासनिक अनुमति के बिना अंबेडकर छात्रावास में कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) समुदाय के छात्रों से मुलाकात की गई थी।
राहुल गांधी ने दरभंगा स्थित अंबेडकर कल्याण छात्रावास में छात्रों से संवाद स्थापित किया। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि इसके लिए कोई पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी। इसको लेकर दो विभागों ने अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की है।
पहली FIR भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 163 के तहत दर्ज की गई है, जो पूर्व में धारा 144 के अंतर्गत आती थी। यह मामला तब दर्ज किया गया जब मौके पर मौजूद कार्यपालक मजिस्ट्रेट खुर्शीद आलम ने इसे धारा उल्लंघन मानते हुए रिपोर्ट दी।
दूसरी FIR जिला कल्याण पदाधिकारी आलोक कुमार द्वारा दर्ज कराई गई है। उनका कहना है कि छात्रावास एक सरकारी संस्था है और उसमें बिना अनुमति कोई राजनीतिक या सामाजिक कार्यक्रम करना नियमों का उल्लंघन है।
इस प्रकरण ने राज्य की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। कांग्रेस समर्थकों का मानना है कि यह एक राजनीतिक दबाव का हिस्सा है, जबकि प्रशासन का कहना है कि यह पूरी तरह नियम और कानून का मामला है। विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है।
हालांकि, कांग्रेस की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी का इरादा सिर्फ छात्रों से बातचीत करने का था और कार्यक्रम पूरी तरह शांति पूर्ण रहा।
राहुल गांधी की बिहार यात्रा अब राजनीतिक से ज्यादा कानूनी बहस का विषय बन चुकी है। चुनावी मौसम में इस तरह की घटनाएं राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती हैं। आने वाले दिनों में इस मामले की जांच और इससे जुड़ी राजनीतिक प्रतिक्रियाएं देखने लायक होंगी।