जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में शनिवार को अचानक बादल फटने (Cloudburst) की घटना ने लोगों को दहशत में डाल दिया। कुछ ही मिनटों में इतनी भारी बारिश हुई कि आसपास के इलाकों में तेज बाढ़ और भूस्खलन (Landslide) की स्थिति बन गई।
रामबन जिला जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है और पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यह भूस्खलन और बारिश की घटनाओं के लिए बेहद संवेदनशील माना जाता है। इस क्षेत्र में मौसम की जरा सी मार भी बड़े नुकसान का कारण बन सकती है।
सीरी बगना गांव धारमकुंड गांव मेंबाढ़ से करीब 40 मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है।10 घर पूरी तरह जमींदोज हो चुके हैं।कई परिवार बेघर हो गए हैं और अस्थायी राहत शिविरों में शरण ली है।
जम्मू और श्रीनगर को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे-44 (NH-44) बंद कर दिया गया है।इस हाईवे को बंद करना इसलिए भी गंभीर है क्योंकि यह कश्मीर घाटी को शेष भारत से जोड़ने वाला एकमात्र मुख्य मार्ग है।मलबा और सड़क कटाव की वजह से गाड़ियों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई है।
प्रशासन के अनुसार, सड़क की मरम्मत और मलबा हटाने में कम से कम 48 घंटे का समय लग सकता है।
यात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं और फोर्स तैनात कर राहत कार्य जारी है।
एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है।हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।लोगों से अपील की गई है कि वह अनावश्यक यात्रा से बचें और प्रशासन के संपर्क में रहें।