2022 से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध ने अब तक लाखों लोगों की जिंदगी को प्रभावित किया है। हर गुजरते दिन के साथ यह संघर्ष और भी विनाशकारी रूप ले रहा है। 7 जून 2025 को रूस ने एक बार फिर पूर्वी यूक्रेन के प्रमुख शहर खारकीव को अपने मिसाइल और ड्रोन हमलों का निशाना बनाया।
इस हमले ने सिर्फ इमारतों को नहीं गिराया, बल्कि लोगों की ज़िंदगी, रोज़मर्रा का जीवन और मनोबल — सब कुछ हिला कर रख दिया।
इस हमले को अब तक का सबसे बड़ा और संगठित हमला कहा जा रहा है जो हाल के महीनों में रूस द्वारा यूक्रेन पर किया गया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार:18 बहुमंजिला इमारतें पूरी तरह जमींदोज हो गईं3 नागरिकों की मृत्यु की पुष्टि हुई है30 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैंसैकड़ों लोग बेघर हो गए हैंभावनात्मक असर:खारकीव के निवासी सदमे में हैं। एक नागरिक ने बताया,
“हम सो रहे थे, तभी भयानक धमाके की आवाज़ आई और सब कुछ बिखर गया। जब आंख खुली, तब हम मलबे में दबे हुए थे।”
रूसी हमले में उच्च तकनीक से लैस कई प्रकार के हथियारों का इस्तेमाल हुआ:
ईरानी तकनीक से बनाए गए ये ड्रोन तेज़ी से उड़ते हैं और कम ऊंचाई पर उड़कर लक्ष्य पर वार करते हैं।
इस हमले में 48 शहीद ड्रोन का इस्तेमाल किया गया।
लंबी दूरी से दागी जाने वाली यह मिसाइलें टारगेट को सटीकता से नष्ट करती हैं।हमले में 2 क्रूज़ मिसाइलें दागी गईं।एरियल ग्लाइड बमयह अत्याधुनिक बम हैं जिन्हें विमानों से गिराया जाता है और ये हवा में ग्लाइड कर टारगेट तक पहुंचते हैं।4 ग्लाइड बम ने खारकीव की बहुमंजिला इमारतों को मलबे में बदल दिया।
यूक्रेन के प्रमुख शहरों में से एक खारकीव पहले ही कई बार हमलों का शिकार हो चुका है। लेकिन 7 जून का हमला इस शहर के लिए एक काले दिन की तरह रहा।
बिजली और इंटरनेट सेवाएं बाधित हो गईंआपातकालीन सेवाएं और राहत कार्य जारी हैंरिहायशी कॉलोनियां और स्कूलों को निशाना बनाया गया
"यह हमला आम नागरिकों के खिलाफ एक युद्ध अपराध है। हम संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की मांग करते हैं।
हमले के जवाब में यूक्रेन ने भी एक कड़ा कदम उठाया।यूक्रेन ने 117 ड्रोन के ज़रिए रूस के चार अलग-अलग एयरबेस को निशाना बनाया।इन मानव रहित विमानों (UAVs) को कंटेनरों से लॉन्च किया गया, जिससे रूस के अंदर गहरी पहुंच बनी।यह जवाबी हमला दर्शाता है कि यूक्रेन अब बचाव से ज्यादा आक्रामक रणनीति अपना रहा है, खासकर रूस के आंतरिक ठिकानों पर।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इस हमले को निंदा योग्य बताते हुए तत्काल संघर्षविराम की अपील की है।
अमेरिका ने रूस के इस कदम को "आक्रमण की नई लहर" बतायाNATO ने कहा कि वह यूक्रेन की सुरक्षा आवश्यकताओं का विश्लेषण कर रहा है
इस तरह के हमले संकेत देते हैं कि:रणनीतिक लक्ष्यों से हटकर अब नागरिक ठिकाने प्राथमिक निशाना बन रहे हैंयह संघर्ष अब केवल सीमाओं की लड़ाई नहीं रह गया, बल्कि एक दीर्घकालिक मानव संकट बनता जा रहा हैदोनों पक्ष अब साइकोलॉजिकल वारफेयर का सहारा ले रहे हैं — जहां भय, अस्थिरता और जन-मानस पर प्रभाव डालना उद्देश्य है